हुस्न की ख्वाहिश करने के लिए थोड़ी मेहनत भी करनी ज़रूरी होती है… ख़ूबसूरती की पहली शर्त यही होती है हाइजीन. चाहे स्किन हो, हेयर हो, लिप्स हों या आंखें अगर हाइजीन का ख़याल बरक़रार रखना पड़ता है इसके अलावा आपको अंदरूनी समस्या भी हो सकती है, जैसे पेट की परेशानी या किसी तरह काअन्य कोई इंफ़ेक्शन हो सकता है.
अपनी त्वचा के सीधे संपर्क में आने वाली चीजों को साफ और कीटाणुरहित करें। चेहरे को बार-बार हाथों से न छुएं। हाथों को नियमित साबुन से साफ करते रहें। फेस नैपकिन का दोबारा इस्तेमाल करने से बचें। बेहतर होगा कि आप इन्हें साफ करके इस्तेमाल करें। पिंपल्स को बार-बार न छुएं और न ही उन्हें तोड़ें या तोड़ें। अपने नाखूनों को साफ रखें साथ ही उनमें बहुत सारे कीटाणु पनप सकते हैं। नाखूनों को छोटा रखना ही बेहतर होगा, लंबे नाखूनों में गंदगी और गंदगी जमा होने की संभावना रहती है, जिससे संक्रमण का खतरा बना रहता है। अगर नाखूनों को लंबा रखना है, तो उन्हें पूरी तरह से साफ करें। बालों में बहुत अधिक स्टाइलिंग उत्पादों का उपयोग करने से बचें। अपने बालों को सुखाएं और पसीना आने पर इसे ढीला कर दें। पसीने से न केवल बालों में बदबू आती है, बल्कि स्कैल्प में इंफेक्शन और डैंड्रफ जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं। बालों की सेहत के लिए स्कैल्प का स्वस्थ और हाइजीनिक होना बहुत जरूरी है। यदि खोपड़ी में खुजली या इंचिंग जैसी समस्याएं हैं, तो उपचार आवश्यक है।
मेकअप में डू और डॉनट्स! अपने मेकअप को किसी के साथ साझा करने से बचें। बेहतर होगा कि लिपस्टिक हमेशा ब्रश से ही लगाएं, ज्यादातर लोग सीधे होंठों पर उंगली या लिपस्टिक लगाते हैं लेकिन इससे बैक्टीरिया पनपने का खतरा बढ़ जाता है। लिप ब्रश से लेकर सभी मेकअप टूल्स तक नियमित रूप से साफ और कीटाणुरहित करें। काजल से आईलाइनर तक शेयर न करें। अपनी कंघी साफ रखें। कंघी या तो साझा न करें। प्राइवेट पार्ट को साफ रखें और अनचाहे बालों को भी नियमित रूप से साफ करें। त्वचा और मेकअप उत्पादों के लिए एक्सपायरी डेट की जाँच करते रहें। सभी उत्पादों के शेल्फ जीवन के बारे में सूचित रहें। दैनिक त्वचा देखभाल दिनचर्या का पालन करें - सफाई, टोनिंग और मॉइस्चराइजिंग।
स्किन के पोर्स को साफ रखें ताकि पिंपल्स, पसीना, तेल और गंदगी उनमें जम जाए और पिंपल्स न पैदा हों। कच्चा दूध डालकर और उसमें थोड़ा नमक मिलाकर त्वचा को साफ करें। इससे पोर्स भी साफ हो जाएंगे और एक तरह से स्क्रबिंग भी हो जाएगी। गुनगुने पानी से मुंह धोने के बाद इसे ठंडे पानी से धो लें ताकि छिद्र बंद हो सकें। मृत त्वचा और मृत कोशिकाओं को हटाने और त्वचा को साफ और स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से एक्सफोलिएट करें। पैरों की स्वच्छता का भी ध्यान रखें। पैरों से पसीने की बदबू बेहद परेशान करती है। दरअसल ऐसा तब होता है जब कीटाणु पनपते हैं। अपने फुटवेयर और जुराब को साफ रखें वरना पैरों की त्वचा में संक्रमण हो सकता है। नहाते समय पैरों की एड़ियों के साथ एड़ियों को रगड़ें और बाद में मॉइस्चराइज करें। इसी तरह, अंतरंग क्षेत्र की स्वच्छता को ध्यान में रखें। नियमित रूप से अंडरआर्म को शेव करें।
अगर ज्यादा पसीना आने की समस्या है, तो इसका इलाज करवाएं। ज्यादा टाइट सामान न पहनें, इससे त्वचा सांस लेने में असमर्थ हो जाती है और संक्रमण का खतरा होता है। सूती जाँघिया पहनें ताकि अंतरंग क्षेत्र साँस ले सके और वहाँ की त्वचा की विशेष देखभाल कर सके क्योंकि यह बहुत नाजुक है। अगर आप बिकनी एरिया और अंडरआर्म शेव करती हैं, तो शेविंग के बाद मॉइश्चराइज करें। यहां तक कि अगर वैक्सिंग, कसैले लागू कारों को लागू करें और मॉइस्चराइज करें। स्वच्छता से जुड़ी ये बातें आपको हमेशा खूबसूरत बनाए रखेंगी और आपकी सुंदरता भी स्वस्थ और स्वास्थ्यकर रहेगी।
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